स्कूलों में शिक्षकों की भूमिका (भूमिका)स्कूल में शिक्षक):

ऊपर उल्लेख किया गया है कि शिक्षक, छात्रों के लिए मित्र, मार्गदर्शक और 78

योग्य शिक्षक वह है जो अपनी भूमिका को खूबसूरती से समझ सके और अपने पेशे से प्यार करे। शिक्षक को अपने कार्य में सफल होने के लिए नीचे बताए गए कर्तव्यों का पालन करना चाहिए-

(ए) शिक्षक को कक्षा में शिक्षण कार्य शुरू होने से पहले पढ़ाए जाने वाले विषय पर योजना बनानी चाहिए।

(बी) शिक्षक को कक्षा में पढ़ाए जाने वाले पाठों और शैक्षिक विधियों के विवरण की योजना बनानी चाहिए। उसे यह भी योजना बनाने की आवश्यकता है कि वह कक्षा में किस प्रकार के शैक्षिक उपकरण का उपयोग करेगा। ये कार्य विद्यार्थियों के विकास के स्तर के अनुसार ही किए जाने चाहिए।

(सी) छात्रों को विभिन्न प्रकार के विभिन्न प्रकार के पाठ्यक्रम कार्यक्रम में भाग लेने के लिए शिक्षक द्वारा प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। वह स्वयं इस कार्य में तभी सफल होगा जब वह इस कार्यक्रम में भाग लेगा।

(डी) शिक्षक को छात्रों के अकादमिक सत्र का आकलन करने का प्रयास करना चाहिए। शिक्षक यह सुनिश्चित करने के लिए आवधिक परीक्षा (टर्मिनल टेस्ट) आयोजित करेंगे कि छात्र वार्षिक या अंतिम परीक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार हैं (ई) शिक्षक को छात्रों के प्रत्येक पहलू की प्रगति को लिखित में रखना चाहिए। छात्रों को ईमानदारी से अनुशासित बनाने के लिए इस तरह के विवरण स्वयं शिक्षकों के लिए आदर्श होने चाहिए।