यूरेनस को अपना नीला-हरा रंग वातावरण में मीथेन गैस से मिलता है। सूरज की रोशनी वायुमंडल से गुजरती है और यूरेनस के क्लाउड टॉप द्वारा वापस परिलक्षित होती है। मीथेन गैस प्रकाश के लाल हिस्से को अवशोषित करती है, जिसके परिणामस्वरूप नीला-हरा रंग होता है।
Question and Answer Solution
यूरेनस को अपना नीला-हरा रंग वातावरण में मीथेन गैस से मिलता है। सूरज की रोशनी वायुमंडल से गुजरती है और यूरेनस के क्लाउड टॉप द्वारा वापस परिलक्षित होती है। मीथेन गैस प्रकाश के लाल हिस्से को अवशोषित करती है, जिसके परिणामस्वरूप नीला-हरा रंग होता है।