Lesson 11
(रहीम के दोहे)
1. रहीम का प्रकृत नाम क्या है?
उत्तर:
2. रहीम किस काल के कवि है?
उत्तर:
3. सुदामा कौन है? कृष्ण ने उनकी दुर्गति को कैसे खत्म किया?
उत्तर:
4. रहीम के अनुसार क्षमा किसको करनी चाहिए?
उत्तर:
5. मन की व्यथा मन ही रखने को रहीम क्यों कह रहे हैं?
उत्तर:
6. रहीम के ‘दोहे’ से कौन-सी शिक्षा मिलती है?
उत्तर:
7.व्याख्या कीजिए-
(क) रहिमन निज सम्पति बिना,
कोउ ना बिपति सहाय।
बिनु पानी ज्यों जलज को,
नहिं रवि सकै बचाय।।
उत्तर:
(ख) रहिमन निज मन की बिथा,
मन ही राखहु गोय।
सुनि अठिलैंहैं लोग सब,
बाँटि न लैहैं कोय।।
उत्तर:
(ग) तरुवर फल नहिं खात है,
सरवर पियहिं न पान।
कहि रहीम पर काज हित,
संपत्ति-संचहि सुजान।।
उत्तर:
8. भावार्थ स्पष्ट कीजिए-
(क) रहिमन बिपदा हू भली,
जो थोरे दिन होय।
हित अनहित या जगत में,
जानि परत सब कोई।।
उत्तर:
(ख) जे गरीब पर हित करैं,
ते रहीम बड़ लोग।
कहा सुदामा बापुरो,
कृष्ण मिताई जोग।।
उत्तर:
9. लघु प्रश्न उत्तर:
(क) अकबर ने रहीम को किस उपाधि से सम्मानित किया था?
उत्तर:
(ख) रहीम किसके भक्त थे?
उत्तर:
(ग) रहीम जी की किसी दो प्रसिद्ध रचनाओं के नाम लिखो।
उत्तर: