नाटक में नाटक
1. पाठ से
(क) बच्चों ने मंच की व्यवस्था किस प्रकार की ?
उत्तर :-
(ख) पर्दे की आड़ में खड़े अन्य साथी मन-ही-मन राकेश की तुरतबुद्धि की प्रशंसा क्यों कर रहे थे ?
उत्तर :-
(ग) नाटक के लिए रिहर्सल की जरूरत क्यों होती हैं ?
उत्तर :-
2. नाटक की बात
“ जब नाटक में अभिनय करने वाले कलाकार भी नए हो, मंच पर आकर डर जाते हो, घबरा जाते हों और कुछ-कुछ बुद्धू भी हों, तब तो अधूरी तैयारी से खेलना ही नहीं चाहिए।“
(क) ऊपर के वाक्य में नाटक से जुड़े कई शब्द आए हैं; जैसे- अभिनय, कलाकार और मंच आदि।
तुम पूरी कहानी को पढ़कर ऐसे ही और शब्दों की सूची बनाओ।
तुम इस सूची की तालिका इस प्रकार बना सकते हो:-
व्यक्तियों या वस्तुओं के नाम काम
कलाकार, मंच अभिनय
उत्तर:-
3. शायर और शायरी
“सोहन बना था शायर।“
तुम किसी गज़ल को किसी पुस्तक में पढ़ सकते हो या किसी व्यक्ति द्वारा गाते हुए सुन सकते हो। इसमें से तुम्हें जो भी पसंद हो उसे इकट्ठा करो। उसे तुम समुचित अवसर पर आवश्यकतानुसार गा भी सकते हो।
उत्तर :-
4. तुम्हारे संवाद
“श्याम घबरा गया। वह सहसा चुप हो गया। उसके चुप होने से चित्रकार और शायर महोदय भी चुप हो गए। होना यह चाहिए था कि दोनों कोई बात मन की ही बनाकर बात आगे बढ़ा देते।“
अगर तुम श्याम की जगह होते, तो अपने मन से कौन से संवाद जोड़ते। लिखो।
उत्तर :-
5. सोचो, ऐसा क्यों ?
नीचे लिखे वाक्य पढ़कर प्रश्नों के उत्तर दो।
“राकेश को गुस्सा भी आ रहा था और रोना भी।“
(क) तुम्हारे विचार से राकेश को गुस्सा और रोना क्यों आ रहा होगा ?
“राकेश मंच पर पहुंच गया। सब चुप हो गए, सकपका गए।“
उत्तर :-
(ख) तुम्हारे विचार से राकेश जब मंच पर पहुँचा, बाकी सब कलाकार क्यों चुप हो गए होंगे ?
“दर्शक सब शांत थे, भौंचक्के थे।“
उत्तर :-
(ग) दर्शक भौचक्के क्यों हो गए थे ?
“मैंने कहा था न कि रिहर्सल में भी यह मान कर चलो कि दर्शक सामने ही बैठे हैं।“
उत्तर :-
(घ) राकेश ने ऐसा क्यों कहा होगा ?
उत्तर :-
6. चलो अभिनय करें
कहानी में से चुनकर कुछ संवाद नीचे दिए गए हैं।
उन संवादों को अभिनय के साथ बोल कर दिखाओ।
(क) चित्रकार महोदय हाथ में कूची पकड़े – आँखें नचा-नचाकर, मटक मटककर बोल रहे थे,
“अरे चमगादड़ तुझे यह पार्ट दे दिया। तूने सारा गड़बड़ कर दिया।”
(ख) मोहन बोला, “मेरा तो दिल बहुत जोरों से धड़क रहा है।“
(ग) राकेश पहुंचते ही एक कुर्सी पर बैठते हुए बोला, “ आज मुझे अस्पताल में हाथ पर पट्टी बनवाने में देरी हो गई, तो तुमने इस तरह रिहर्सल की है। ज़ोर – ज़ोर से लड़ने लगे।“
(घ) चित्रकार महोदय ने हाथ उठाकर कहा, “देख मुंह संभालकर बोल।“
उत्तर :-
7. शब्दों का फेर
“जब संगीत की स्वर लहरी गूंजती है तो पशु-पक्षी तक मुग्ध हो जाते हैं, शायर साहब आप क्या समझते हैं संगीत को ?
इस संवाद को पढ़ो और बताओ कि :-
(क) कहानी में इसके बदले किसने क्यों और क्या बोला ? तुम उसको लिख कर बताओ।
उत्तर :-
(ख) कहानी में शायर के बदले गाजर कहने से क्या हुआ ? तुम भी किसी शब्द के बदले किसी अन्य शब्द का प्रयोग कर दो तो क्या होगा ?
उत्तर :-
8. तुम्हारा शीर्षक
इस कहानी का शीर्षक ‘नाटक में नाटक’ है। कहानी में जो नाटक है तुम उसका शीर्षक बताओ।
उत्तर:-
9. समस्या और समाधान
कहानी में चित्रकार बना मोहन, शायर बना सोहन और संगीतकार बना श्याम अपनी – अपनी कला को महान
बताने के साथ-साथ एक दूसरे को छोटा बड़ा बताने वाले संवादों को बोलकर झगड़े की समस्या को बढ़ावा देते दिख
रहे हैं। उन संवादों को गौर से पढ़ो और इस तरह बदल कर दिखाओ की आपसी झगड़े की समस्या का समाधान हो
जाए। चलो शुरुआत हम कर देते हैं, जैसे- ‘चित्रकार कहता है उसकी कला महान’ के बदले अगर चित्रकार कहे कि
‘हम सब की कला महान’ तो झगड़े की शायद शुरुआत ही न हो। अब तुम यह बताओ कि :-
(क) संगीतकार को क्या कहना चाहिए ?
उत्तर :-
(ख) शायर को क्या कहना चाहिए ?
उत्तर :-
(ग) तुम यह भी बताओ कि इन सभी कलाकारों को तुम्हारे अनुसार वह संवाद क्यों कहना चाहिए ?
उत्तर :-
10. वाक्यों की बात
नीचे दिए गए वाक्यों के अंत में सही विराम चिन्ह लगाओ:-
(क) शायर साहब बोले उधर जाकर सुन ले न
(ख) सभी लोग हँसने लगे
(ग) तुम नाटक में कौन-सा पार्ट कर रहे हो
(घ) मोहन बोला अरे क्या हुआ तुम तो अपना संवाद भूल गए
उत्तर:-