दो गौरैया
पाठ से
(क) दोनों गौरैयों को पिताजी जब घर से बाहर निकालने की कोशिश कर रहे थे तो माँ क्यों मदद नहीं कर रही थी ? बस वह हँसती क्यों जा रही थी ?
उत्तर :-
(ख) देखो जी, चिड़ियों को मत निकालो। माँ ने पिताजी से गंभीरता से यह क्यों कहा ?
उत्तर :-
(ग) किसी को सचमुच बाहर निकालना हो तो उसका घर तोड़ देना चाहिए,” पिताजी ने गुस्से में ऐसा क्यों कहा? क्या पिताजी के इस कथन से माँ सहमत थी? क्या तुम सहमत हो? अगर नहीं तो क्यों ?
उत्तर :-
(घ) कमरे में फिर से शोर होने पर भी पिताजी अबकी बार गौरैया की तरफ देखकर मुस्कुराते क्यों रहें ?
उत्तर:-
2. पशु – पक्षी और हम
इस कहानी के शुरू में कई पशु – पक्षियों की चर्चा की गई है। कहानी में वे ऐसे कुछ काम करते हैं। जैसे मनुष्य करते हैं। उनको ढूँढ़कर तालिका पूरी करो:-
(क) पक्षी घर का पता लिखवाकर लाए हैं।
(ख) बूढा चूहा _____________________
(ग) बिल्ली _____________________
(घ) चमगादड़ ____________________
(ड़) चीटियां ____________________
उत्तर:-
3. मल्हार
नीचे दिए गए वाक्यों को पढ़ो:-
“जब हम लोग नीचे उतरकर आए , तब वे फिर से मौजूद थीं और मजे से बैठी मल्हार गा रही थीं।“
(क) अब तुम पता करो कि मल्हार क्या होता है? इस काम में बड़ों की सहायता भी ले सकते हो।
उत्तर:-
(ख) बताओ कि क्या सचमुच चिड़ियाँ ‘मल्हार‘ गा सकती है?
उत्तर:-
(ग) बताओ की कहानी में चिड़ियों द्वारा मल्हार गाने की बात क्यों कही गई है ?
उत्तर :-
4. पाठ से आगे
अलग-अलग पक्षी अलग – अलग तरह से घोंसला बनाते हैं। तुम कुछ पक्षियों के घोसलों के चित्र इकट्ठे करके उसे अपनी कॉपी पर चिपकाकर शिक्षक को दिखाओ
उत्तर:-
5. अंदर आने के रास्ते
(क) पूरी कहानी में गौरैया, कहाँ-कहाँ से घर के अंदर घुसी थी ? सूची बनाओ।
उत्तर :-
(ख) अब अपने घर के बारे में सोचो। तुम्हारे घर में यदि गौरैया आना चाहे तो वह कहाँ – कहाँ से अंदर घुस सकती है? इसे अपने शिक्षक को बताओ।
उत्तर :-
6. कहने का अंदाज़:-
“माँ खिलखिलाकर हँस दीं।“ इस वाक्य में ‘खिलखिलाकर‘ शब्द बता रहा है कि माँ कैसे हँसी थीं। इसी प्रकार नीचे दिए गए रेखांकित शब्दों पर भी ध्यान दो। इन शब्दों से एक-एक वाक्य बनाओ।
(क) पिताजी ने झिड़ककर कहा, “तू खड़ा क्या देख रहा है?”
(ख) आज दरवाजे बंद रखो, “उन्होंने हुक्म दिया।“
(ग) देखो जी चिड़ियों को मत निकालो, “माँ ने अबकी बार गंभीरता से कहा?
(घ) “किसी को सचमुच बाहर निकालना हो तो उसका पर तोड़ देना चाहिए, “उन्होंने गुस्से में कहा।
तुम इनसे मिलते – जुलते कुछ और शब्द सोचो और उनका प्रयोग करते हुए कुछ वाक्य बनाओ।
संकेत :– धीरे से , जोर से, अटकते हुए, हकलाते हुए, फुसफुसाते हुए आदि।
उत्तर:-
7. किससे – क्यों – कैसे
“पिताजी बोले, क्या मतलब ? मैं कालीन बरबाद करवा लूँ ? “ :- ऊपर दिए गए वाक्य पर ध्यान दो और बताओ कि:-
(क) पिताजी ने यह बात किससे कही ?
उत्तर :-
(ख) उन्होंने यह बात क्यों कही ?
उत्तर:-
(ग) गौरैया के आने से कालीन कैसे बरबाद होता ?
उत्तर:-
8. समय:-
“पिताजी कहते हैं कि यह घर सराय बना हुआ है।“ ऊपर के वाक्यों को पढ़ो और बताओ कि:-
(क) सराय और घर में क्या अंतर होता है ? आपस में इस पर चर्चा करो।
उत्तर :-
(ख) पिताजी को अपना घर सराय क्यों लगता है ?
उत्तर :-
9. गौरैया की चर्चा:-
मान लो तुम लेखक के घर की एक गौरैया हो। अब अपने साथी गौरैया को बताओ कि तुम्हारे साथ इस घर में क्या – क्या हुआ ?
उत्तर :-
10. कैसे लगे
तुम्हें इस कहानी में कौन सबसे अधिक पसंद आया? तुम्हें उसकी कौन – सी बात सबसे अधिक अच्छी लगी ?
(क) माँ
(ख) पिताजी
(ग) लेखक
(घ) गौरैया
(ङ) चूहें
(च) बिल्ली
(छ) कबूतर
(ज) कोई अन्य/कुछ
उत्तर :-
11. माँ की बात:-
नीचे माँ द्वारा कही गई कुछ बातें लिखी हुई है। उन्हें पढ़ो।
“अब तो ये नहीं उड़ेगी। पहले इन्हें उड़ा देते तो उड़ जाती।“
“एक दरवाजा खुला छोड़ो , बाकी दरवाजे बंद कर दो। तभी ये निकलेंगी।“
“देखो जी चिड़ियों को मत निकालो अब तो इन्होंने यहाँ भी दे दिए होंगे। अब ये यहाँ से नहीं जाएँगी।“
अब बताओ कि:-
(क) क्या माँ सचमुच चिड़ियों को घर से निकालना चाहती थीं ?
उत्तर :-
(ख) माँ बार – बार क्यों कह रही थीं कि ये चिड़ियाँ नहीं जाएँगी।
उत्तर :-
13. शब्द की समझ:-
चुक – चूक
(क) अब उनकी सहनशीलता चुक गई।
(ख) उनका निशाना चूक गया।
अब तुम भी इन शब्दों को समझो और उनसे वाक्य बनाओ:-
(i) सुख – सूख
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(ii) धुल – धूल
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(iii) सुना – सूना
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