Chapter 11
नीलकंठ
निबंध से
1. मोर-मोरनी के नाम किस आधार पर रखे गए ?
Answer
2. जाली के बड़े घर मे पहुँचने पर मोर के बच्चो का किस प्रकार स्वागत हुआ ?
Answer
3. लेखिका को नीलकंठ की कौन-कौन सी चेस्टाएँ बहुत भाती थी ?
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4. ‘ इस आनंदोत्सव की रागिनी मे बौमेल स्वर कैसे बज उठा ‘ — वाक्य किस घटना की और संकेत कर रहा हैं ?
Answer
5. वसंत ऋतु मे नीलकंठ के लिए जालीघर मे बंद रहना असहनीय क्यो हो जाता था ?
Answer
6. जालीघर मे रहनेवाली सभी जीव एक-दुसरे के मित्र बन गए थे, पर कुब्जा के साथ एैसा सभव क्यो नही हो पाया ?
Answer
7. नीलकंठ ने खरगोश के बच्चे को साँप से किस तरह बचाया ? इस घटना के आधार पर नीलकंठ के स्वभाव की विशोषताओ का उल्लेख कीजिए ।
Answer
निबंध के आगे
1. यह पाठ एक रेखाचित्र हैं । रेखाचित्र की क्या-क्या विशोषताएँ होती है ? जानकारी प्राप्त कीजिए और लेखिका के लिखे किसी अन्य रेखाचित्र को पढ़िए ।
Answer
2. वर्ष ऋतु मे जब आकाश मे बादल घिर आते हैं तब मोर पंख फैलाकर धीरे-धीरे मचलते लगता हैं–यह मोहक दुश्य देखने का प्रयास कीजिए ।
Answer
3. पुस्तकालय से एैसी कहानियो , कविताओ या गीतो को खोजकर पढ़िए जो वर्ष ऋतु और मोर के नाचने संबधित हो ।
Answer
अनुमान और कल्पना
1. निबंध मे आपने घर ये पक्तियाँ पड़ी हैं— मे अपने शाल मे लपेटकर उसे संगम ले गई । जव संगा के बीच धार मे उसे प्रवाहित किया गया तव उसके पंखो की चंदिकाओ से बिबित-प्रतिबिंबित होकर गंगा का चोड़ा पाट एक विशाल मयुर के समान नरंगित हो उठा । इन पक्तियो मे एक भावचित्र हैं । इसके आधार पर कल्पना कीजिए और लिखिए कि मोरपंख की चंदिका और गंगा की लहरो मे क्या-क्या समानताँए लेखिका ने देखी होगी जिसके कारण गंगा को चौड़ा पाट एक विशाल मयुर पंख के समान तरगित हो उठा ।
Answer
2. नीलकंठ की नुत्य- भंगिमा का शब्दचित्र प्रस्तुत करें ।
Answer
भाषा की बात
1. रूप शब्द से कुरूप, बहुरूप आदि शब्द बनते हैं । इसी प्रकार नीचे लिखे शब्दो मे अन्य शब्द बनाओ
गंध, रंग, फल झान
Answer
2. विस्ममाभिभुत शब्द बिस्मय और अभिभुत दो शब्दो के योग से बना हैं । इसमे विस्मय के य के साथ अभिभुत कै अ के मिलने से या हो गया हैं । अ आदि वर्ण हैं । ये सभी वर्ण-ध्वनियो मे व्याप्त हैं । व्यंजन वर्णो मे इसके योग को स्पष्ट रूप से देखा जा सकता हैं । जैसे क क्+ अ = क इन्यादि । अ के मात्रा के चिंह से आप परिचित हैं । अ की भांति किसी शब्द मे आ के भी जुड़ने से अकार की मात्रा ही लगाती हैं जैसे– मंडल + आकार = मंडलाकार । मंडल और आकार की संधि करने पर ( तोड़ने पर) मंडल और आकार दोनो अलग होते हैं । नीचे दिए गए शब्दो के संधि-विग्रह कीजिए
संधि विग्रह
नील+ आभ सिंहासन
नव+ आगंतुक मेघाच्छन्न
Answer
कुछ करने को
चयनित व्यक्ति | पशु | पक्षी को खास बातो को ध्यान मे रखते हुए एक रेखाचित्र बनाइए ।
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