उत्तर: परजीवीवाद एक अंतर-विशिष्ट बातचीत है जिसमें एक जीव दूसरे की कीमत पर लाभ प्राप्त करता है। इस प्रकार, विभिन्न प्रजातियों के दो जीवों के बीच इस प्रकार की बातचीत में जहां परजीवी को लाभ होता है जबकि मेजबान को एक या दूसरे तरीके से नुकसान होता है।
परजीवी आमतौर पर मेजबान से अपना पोषण प्राप्त करते हैं, जिससे उनके संबंधित मेजबानों को गंभीर नुकसान होता है। मेजबान पर परजीवीवाद के कारण देखे गए हानिकारक प्रभावों या तथ्यों में शामिल हैं-
(i) परजीवी मेजबान के अस्तित्व को कम करते हैं; जिससे इसकी जनसंख्या घनत्व कम हो जाती है।
(ii) वे मेजबान के विकास और प्रजनन को कम करते हैं।
(iii) परजीवी मेजबान को शारीरिक रूप से कमजोर बना देते हैं जो तब परभक्षण के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाते हैं।