उत्तर: जैव विविधता के तीन महत्वपूर्ण घटक हैं-
(i) आनुवंशिक विविधता (एक विशेष प्रजाति के साथ जीन में भिन्नता, आनुवंशिक विविधता के विकास में यौन प्रजनन महत्वपूर्ण भूमिका है)।
(ii) प्रजातियों की विविधता (किसी दिए गए क्षेत्र या पारिस्थितिकी तंत्र में विभिन्न प्रजातियों की विविधता)।
(iii) पारिस्थितिक विविधता (किसी क्षेत्र में मौजूद विभिन्न प्रकार के पारिस्थितिक तंत्रों का योग या निवास स्थान जो किसी क्षेत्र की जलवायु, वनस्पति और भूगोल का कुल योग है)।