उत्तर: कीस्टोन प्रजातियां एक विशेष पारिस्थितिकी तंत्र में एक केंद्रीय सहायक केंद्र बनाती हैं। ऐसी प्रजातियों के नुकसान से न केवल पारिस्थितिकी तंत्र समारोह में पतन होता है, बल्कि सहवर्ती प्रजातियों के नुकसान को भी बढ़ावा मिलता है। इस प्रकार एक पारिस्थितिकी तंत्र के उचित कामकाज को बनाए रखने के लिए कीस्टोन प्रजातियों की उपस्थिति आवश्यक है।