प्रकृति: यह एक जंगली लता का पौधा है जो अन्य पेड़ों या जेंगों पर बढ़ता है। नरम पत्तियों का रंग नरम लाल होता है। तपटेंगा असम के अधिकांश केंद्रों में देखा जा सकता है।
गुणवत्ता: पत्तों का रस अरुचि को दूर करता है। नियमित रूप से एक सप्ताह तक नल की पत्तियों पर संग्रहीत सेवन करना बेहतर हो जाता है।
भोजन: इसके लाभों के कारण असम के गांव इसे खाते हैं और इसे खाते हैं। इसकी पत्तियों को पकाकर खाया जा सकता है। मछली के साथ नालटेंगा पुथी खाना अच्छा होता है। महीने के साथ खाया गया खट्टा। नली की पत्तियों को पत्तियों पर भी खाया जा सकता है।