Ans: बाद में इंजन के डिजाइन को सोवियत एजेंसी ग्लावकोस्मोस के साथ 120 मिलियन डॉलर के सौदे के तहत “केवीडी -1” नाम से इसरो को बेच दिया गया, जिसने इसरो को 2 केवीडी -1 इंजन आयात करने और रूस से प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण के लिए एक समझौते में सक्षम बनाया।
Question and Answer Solution
Ans: बाद में इंजन के डिजाइन को सोवियत एजेंसी ग्लावकोस्मोस के साथ 120 मिलियन डॉलर के सौदे के तहत “केवीडी -1” नाम से इसरो को बेच दिया गया, जिसने इसरो को 2 केवीडी -1 इंजन आयात करने और रूस से प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण के लिए एक समझौते में सक्षम बनाया।