भारत में प्लास्टिक कैसे है?

इस बीच, भारत की रीसाइक्लिंग क्षमता प्रति वर्ष 1.56 मिलियन टन है, जो कुल उत्पादित प्लास्टिक का केवल आधा है। भारत में एक संगठित प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली का अभाव है, जिसके परिणामस्वरूप व्यापक रूप से गंदगी फैलती है। प्लास्टिक नदियों, महासागरों और लैंडफिल में समाप्त हो जाता है, जिससे वन्यजीव प्रजातियों के जीवन को खतरा होता है।