Lesson 6
(सूझ-बूझ)
- निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखो:
(i) आगरा किले के पास किसकी दुकान थी?
उत्तर: आगरा किले के पास एक पन्द्रह वर्ष के अनाथ बालक के पास पान की एक छोटी सी दुकान थी।
(ii) बादशाह अकबर ने शाही नौकर से क्या लाने को कहा था?
उत्तर: बादशाह अकबर ने शाही नौकर से एक पाव चूना लाने को कहा था।
(iii) महेशदास ने क्यों शाही नौकर को सम्हलकर बादशाह के सामने जाने को कहा?
उत्तर: महेशदास ने शाही नौकर को सम्हलकर बादशाह के सामने जाने को इसलिए कहा था क्योंकि महेशदास समझ चुका था कि बादशाह ने जो एक पाव चूना मंगवाए हैं, वह अपने लिए नहीं बल्कि शाही नौकर को खिलाने के लिए मंगवाया हैं।
(iv) बादशाह अकबर किस गलती की सजा देने के लिए शाही नौकर को चुना खिलाना चाहता था?
उत्तर: पान में कुछ अधिक सुना लगा देने की गलती के कारण बादशाह अकबर शाही नौकर को सुना खिलाना चाहता था।
(v) महेशदास ने शाही नौकर को संकट से बचने का क्या उपाय दिया?
उत्तर: महेशदास ने शाही नौकर को संकट से बचाने के लिए एक उपाय दिया कि वह जाने से पहले सेर भर घी पी जाए, ताकि चूना खाने से उसके ऊपर चूने का कोई असर न हो।
(vi) नौकर ने चुने के असर से बचने के लिए क्या किया था?
उत्तर: नौकर ने चूने के असर से बचने के लिए महेशदास द्वारा दिए गए सलाह के अनुसार एक सेर घी पी लिया था।
(vii) बादशाह ने महेश दास को अपने पास क्यों रख लिया?
उत्तर: बादशाह ने महेश दास को अपने पास इसलिए रख लिया क्योंकि महेशदास एक विलक्षण बुद्धिमान एवं प्रतिभाशाली व्यक्ति था।
(viii) महेशदास आगे चलकर किस नाम से विख्यात हुआ?
उत्तर: महेशदास आगे चलकर बीरबल के नाम से विख्यात हुआ।
- खाली जगह भरो:
(i) अकबर स्वयं बड़ा …….., पारखी और …….. था।
उत्तर: चतुर/गुण ग्राहक
(ii) यह सलाह मेरी नहीं, बल्कि…….. की है।
उत्तर: पान वाले
(iii) शाही नौकर ने तुरंत एक सेर …….. लेकर पी ली लिया।
उत्तर: घी
(iv) उससे उनकी ………. कट गयी होगी।
उत्तर: जीभ
(v) महेशदास को कुछ ……… हुआ।
उत्तर: कौतूहल
- आशय स्पष्ट करो:
हीरा जब खराब पर चढ़ता है, तो और भी चमकता है।
उत्तर
- अतिरिक्त प्रश्न उत्तर:
(i) शाही नौकर ने चुना लाने का कारण क्या समझा था?
उत्तर: शाही नौकर ने समझा कि पान में कुछ चूना कम हो गया होगा इसलिए बादशाह ने उसके द्वारा चुना मंगवाया है।
(ii) बादशाह ने महेशदास को देखते हैं क्या समझ लिया?
उत्तर: बादशाह ने महेशदास को देखते ही समझ लिया कि वह दीन-हीन बालक होकर भी विलक्षण बुद्धि का एवं प्रतिभाशाली व्यक्ति है।
Author- Reetesh Das
MA in Hindi