लोग सामाजिक रूप से जीते हैं। सामाजिक रीति-रिवाज, परंपराएं, मान्यताएं आदि असमिया से दूसरे में चले जाते हैं। परिवार की भाषा, धर्म, संस्कृति आदि उत्तरी मनुष्य में चले जाते हैं। इन्हें परिवार के माध्यम से बचाया जाता है। बच्चे उन्हें सुनकर महारत हासिल कर लेते हैं।