फ्रांसीसी दार्शनिक रूस ने अपनी पुस्तक एमिल (एमिल) में पहली बार मानव विकास को चार स्तरों में विभाजित करके प्रत्येक घंटे की समय सीमा को दिखाया। उन्होंने प्रत्येक स्तर पर अलग शिक्षा प्रणाली की भी बात की। उनके अनुसार आयु के अनुसार स्तर हैं –
(1) बाल्यावस्था (शैशवावस्था) – जन्म से 5 वर्ष तक
(2) बचपन (बचपन) – 5 साल से 12 साल तक
(3) पूर्व-किशोरावस्था (प्रारंभिक किशोरावस्था) – 12 वर्ष से 15 वर्ष
(4) हालिया किशोरावस्था (देर से किशोरावस्था) – 15 साल से 20 साल