जलाशय के किनारे कुहरी थी
1. ‘जलाशय के किनारे कुहरी थी’ कविता का भावार्थ अपने शब्दों में लिखो।
उत्तर:
2. संक्षेप में उत्तर दो:
(क) जलाशय के किनारे घना अंधकार क्यों छाया हुआ था?
उत्तर:
(ख) सुबह प्रकृति में क्या-क्या परिवर्तन होते हैं?
उत्तर:
(ग) कविता में वर्णित पशु-पक्षियों के नाम और उनके कार्यकलापों का उल्लेख करो।
उत्तर:
(घ) कविता में कुछ वृक्षों का उल्लेख है उनके नाम और उपयोगिता बताओ।
उत्तर:
3. नीचे दिए गए उत्तरों में से एक सही उत्तर चुनो:
(क) आम की डाल कहांँ आई हुई थी?
उत्तर: पानी पर।
(ख) किसके दल यहांँ-वहांँ चमक रहे थे?
उत्तर: जुगनूँ के।
(ग) लहरें कहांँ उठ रही थी?
उत्तर: जलाशय में।
4. पूर्ण वाक्य में उत्तर दो:
(क) कुहासा कहांँ छाया हुआ था?
उत्तर: कुहासा जलाशय में छाया हुआ था।
(ख) हवा में किसकी सुगंध मिली हुई थी?
उत्तर: हवा में वन यानी जंगल की सुगंध मिली हुई थी।
(ग) पेड़ों की ओट में छिपकर कौन गा रहा था?
उत्तर: पेड़ों की ओट में छिपकर पपीहा गा रहा था।
(घ) तारे कब छिप गए?
उत्तर: सुबह होते ही तारे छिप गए।
(ङ) तारा कहांँ चमकने लगा?
उत्तर: तारा कवि के अंतर यानी हृदय में चमकने लगा।