बोध एवं विचार
1. पूर्ण वाक्य में उत्तर दो :
(क) रामवृक्ष बेनीपुरी का जन्म कहाँ हुआ था ?
उत्तरः
(ख) बेनीपुरी जी को जेल की यात्राएँ क्यों करनी पड़ी थी ?
(ग) बेनीपुरी जी का स्वर्गवास कब हुआ था ?
उत्तरः
(घ) चमकीली , सुंदर , सुघड़ इमारत वस्तुतः किस पर टिकी होती है ?
उत्तरः
(ङ) दुनिया का ध्यान सामान्यत : किस पर जाता है ?
उत्तरः
(च) नींव की ईंट को हिला देने का परिणाम क्या होगा ?
उत्तरः
(छ) सुंदर सृष्टि हमेशा ही क्या खोजती है ?
उत्तरः
(ज) लेखक के अनुसार गिरजाघरों के कलश वस्तुतः किनकी शहादत से चमकते हैं ?
उत्तरः
(झ) आज किसके लिए चारों ओर होड़ा – होड़ी मची है ?
उत्तरः
(ज) पठित निबंध में ‘ सुंदर इमारत ‘ का आशय क्या है ?
उत्तरः
2. अति संक्षिप्त उत्तरदो ( लगभग 25 शब्दों में ) :
(क) मनुष्य सत्य से क्यों भागता है ?
उत्तरः
(ख) लेखक के अनुसार कौन – सी ईंट अधिक धन्य है ?
उत्तरः
(ग) नींव की ईंट की क्या भूमिका होती है ?
उत्तरः
(घ) कंगूरे की ईंट की भूमिका स्पष्ट करो ।
उत्तरः
(ङ) शहादत का लाल सेहरा कौन – से लोग पहनते हैं और क्यों ?
उत्तरः
(च) लेखक के अनुसार ईसाई धर्म को किन लोगों ने अमर बनाया और कैसे ?
उत्तरः
(छ) आज देश के नौजवानों के समक्ष चुनौती क्या है ?
उत्तरः
3. संक्षिप्त उत्तर दो ( लगभग 50 शब्दों में ) :
(क) मनुष्य सुंदर इमारत के कंगूरे को तो देखा करते हैं , पर उसकी नींव की ओर उनका ध्यान क्यों नहीं जाता ?
उत्तरः
(ख) लेखक ने कंगूरे के गीत गाने के बजाय नींव के गीत गाने के लिए क्यों आह्वान किया है ?
उत्तरः
(ग) सामान्यत : लोग कंगूरे की ईंट बनना तो पसंद करते हैं , परंतु नींव की ईंट बनना क्यों नहीं चाहते ?
उत्तरः
(घ) लेखक ईसाई धर्म को अमर बनाने का श्रेय किन्हें देना चाहता है और क्यों ?
उत्तरः
(ङ) हमारा देश किनके बलिदानों के कारण आजाद हुआ ?
उत्तरः
(च) दधीचि मुनि ने किसलिए और किस प्रकार अपना बलिदान किया था ?
उत्तरः
(छ) भारत के नव – निर्माण के बारे में लेखक ने क्या कहा है ?
उत्तरः
(ज) ‘ नींव की ईंट ‘ शीर्षक निबंध का संदेश क्या है ?
4. सम्यक् उत्तर दो ( लगभग 100 शब्दों में )
(क) ‘नींव की ईंट ‘ का प्रतीकार्थ स्पष्ट करो ।
उत्तरः
(ख) ‘ कंगूरे की ईंट ‘ के प्रतीकार्थ पर सम्यक् प्रकाश डालो ।
(ग) “ हाँ , शहादत और मौन – मूक ! समाज की आधारशिला यही होती है’ का आशय बताओ ।
उत्तरः
5. सप्रसंग व्याख्या करो :
(क) ” हम कठोरता से भागते हैं , भद्देपन से मुख मोड़ते हैं , इसीलिए सच से भी भागते हैं । ”
उत्तरः
(ख) ” सुंदर सृष्टि ! सुंदर सृष्टि हमेशा बलिदान खोजती है , बलिदान ईंट का हो या व्यक्ति का । ”
उत्तरः
(ग) अफसोस , कंगूरा बनने के लिए चारों ओर होड़ा – होड़ी मची है , नींव की ईंट बनने की कामना लुप्त हो रही है !
☆भाषा एवं व्याकरण – ज्ञान
1. निम्नलिखित शब्दों में से अरबी – फारसी के शब्दों का चयन करो :
इमारत , नींव , दुनिया , शिवम् , जमीन , कंगूरा , मुनहसिर , अस्तित्व , शहादत , कलश , आवरण , रोशनी , बलिदान , शासक , आजाद , अफसोस , शोहरत
2. निम्नांकित शब्दों का प्रयोग करके वाक्य बनाओ :
चमकीली , कठोरता , बेतहाशा , भयानक , गिरजाघर , इतिहास
3. निम्नलिखित वाक्यों को शुद्ध करो :
(क) नहीं तो , हम इमारत की गीत नींव की गीत से प्रारंभ करते ।
उत्तरः
(ख) ईसाई धर्म उन्हीं के पुण्य – प्रताप से फल – फूल रहे हैं ।
उत्तरः
(ग) सदियों के बाद नए समाज की सृष्टि की ओर हम पहला कदम बढ़ाए हैं ।
उत्तरः
(घ) हमारे शरीर पर कई अंग होते हैं ।
उत्तरः
(ङ) हम निम्नलिखित रूपनगर के निवासी प्रार्थना करते हैं ।
उत्तरः
(च) सब ताजमहल की सौंदर्यता पर मोहित होते हैं ।
उत्तरः
(छ) गत रविवार को वह मुंबई जाएगा ।
उत्तरः
(ज) आप कृपया हमारे घर आने की कृपा करें ।
उत्तरः
(झ) हमें अभी बहुत बातें सीखना है ।
उत्तरः
(ज) मुझे यह निबंध पढ़कर आनंद का आभास हुआ ।
उत्तरः
4. निम्नलिखित लोकोक्तियों का भाव – पल्लवन करो :
(क) अधजल गगरी छलकत जाए ।
उत्तरः
(ख) होनहार बिरबान के होत चिकने पात ।
उत्तरः
(ग) अब पछताए क्या होत जब चिड़िया चुग गई खेत ।
उत्तर
(घ) जाको राखे साइयाँ मार सके न कोय ।
उत्तरः
5. निम्नलिखित शब्दों के दो – दो अर्थ बताओ :
अंबर , उत्तर , काल , नव , पत्र , मित्र , वर्ण , हार , कल , कनक
उत्तरः
6. निम्नांकित शब्द – जोड़ों के अर्थ का अंतर बताओ :
अगम-दुर्गम , अपराध – पाप , अस्त्र – शस्त्र , आधि – व्याधि , दुख – खेद , स्त्री – पत्नी , आज्ञा – अनुमति , अहंकार – गर्व
☆योग्यता – विस्तार
1. रामवृक्ष बेनीपुरी द्वारा रचित ‘ मशाल ‘ तथा ‘ गेहूँ और गुलाब ‘ शीर्षक निबंधों का संग्रह करके पढ़ो और उनमें निहित संदेश सहपाठियों को बताओ ।
उत्तरः
2. ललित निबंध की विशेषताओं के बारे में जानकारी प्राप्त करो ।
उत्तरः